ध्रुवघाट नाला थोड़ा सा घुमाव(डायवर्जन) कर देने मात्र से कितनी बड़ी मात्रा में कूड़े के ढ़ेर यमुना जी में जाने से रुक गए हैं। देखें कि नाले से बहकर आई गन्दगी इतनी भारी तादाद में है कि नीचे चलते पानी के ऊपर ठोस ज़मीन जैसी बन गई है। ये वीडियो देखने मात्र से सिहरन पैदा...
Author: admin
चलो करें ब्रजधाम वंदना
चलो करें ब्रजधाम वंदना ब्रज हर भाँति महान है। पग पग पर हैं तीर्थ यहॉं और कण कण में भगवान हैं।। 😊🙏 हाँ ये सत्य है कि ब्रजधाम की अपनी ही महिमा है। दुनिया भगवान श्री कृष्ण की इस पावन भूमि से परिचित है।और अब इस महानता में एक नाम जुड़ा है ( यमुना मिशन...
स्वर्ण प्राकृतिक है, स्वर्णकार अपनी चेतना से, अपनी कला से उसमें सौन्दर्य भरता है
स्वर्ण प्राकृतिक है, स्वर्णकार अपनी चेतना से, अपनी कला से उसमें सौन्दर्य भरता है, उसे अलंकार का स्वरूप प्रदान करता है । वैद्य लोहे-जैसी धातुको संस्कारित कर भस्म बनाता है,उसमें अपार शक्ति भर देता है और उसे अमूल्य बना देता है । माली उपवन के झाड़-झंखाड़ साफ करके वृक्षों को अपनी कला से चमत्कृत करता...
खूबसूरत नीड़…यमुना मिशन ही अब हमारा हरित घरौंदा है
खूबसूरत नीड़…यमुना मिशन ही अब हमारा हरित घरौंदा है.. 🌿🌳🕊🦜 यहाँ हमें दाना-पानी भी मिलता है और वृक्ष ही वृक्ष है चहुँ ओर..जहाँ हम पंछी मिलजुल कर स्वच्छंद उड़ान भर कर वापस अपने बच्चों के पास लौट आयेंगे अपने सुंदर नीड़ में.. 🌳🕊🐦🐥😍 यमुना मिशन को हृदय से बहुत आभार व्यक्त करते है,कि हमें इतना...
शुद्ध मिट्टी का अभाव हो रहा है, कूड़े-करकट-कचरे के पहाड़ बन रहें हैं
बहुत गंभीर चिंता का विषय है , #यमुना_मिशन का मुख्य कार्य कूड़े-कचरे के पहाड़ को उपजाऊ खाद यानी ताकतवर मिट्टी में परिवर्तित करना है । बहुत सफलता मिल रही है, कूड़ा-कचरा उपजाऊ मिट्टी में परिवर्तित कर मथुरा-वृदांवन में यमुनाजी के किनारों पर वृक्षों की सुन्दरता से एक विशाल हरियाली का आसमान बना गया है ।...
आने वाली पीढ़ी के लिए एक सुंदर और स्वस्थ वातावरण प्रदान करें
यह गिरिराज, वन, जल व संसाधन हमें प्रकृति ने एक दायित्व के साथ सौंपे हैं। यह हमारा कर्तव्य है कि हम इन्हें संरक्षित कर आने वाली पीढ़ी के लिए एक सुंदर और स्वस्थ वातावरण प्रदान करें।हम साथ मिलकर अपनी धरती के संरक्षण का संकल्प लें । – Dau Dayal Sharma
जल प्रदूषण और इसके निदान का सबसे कारगर तरीका
आज यमुना मिशन सफलता पूर्वक इस कार्य को ब्रज मंडल में वृंदावन से मथुरा होते हुए गोकुल घाट तक 18 किलोमीटर की दूरी तक कर चुका है । सैकड़ो वर्षो से यमुना के तटों पर शहर के गिरते कचरे मलबे और गन्दगी के ढेरों को मिशन ने यमुना नदी से सर्वाधिक निकाला और उसका उपयोग...
प्रकृति से सकारात्मक से शांति
प्रकृति से जुडाव होने पर विचारों में सकारात्मक आती है, सकारात्मक विचारों से दिमाग के सीखने की क्षमता पर असर डालते हैं । हरे-भरे वृक्षों के मध्य शांत वातवरण और वृक्षों पर बैठे पक्षियों के संगीत से निकलती ऊर्जा से जब सकारात्मक विचार आतें हैं, मन खुशी और उम्मीद से भर जाता है । सकारात्मक...
वृक्षों की तरह परोपकारी जीवन जीने की जरूरत है
हमारे जीवन में वृक्षों का महत्व बहुत ज्यादा है मानव को भी वृक्षों की तरह परोपकारी जीवन जीने की जरूरत है । वृक्षों के कारण ही धरती पर जीवन का अस्तित्व है वृक्ष हमें दूषित वायु लेकर शुद्ध वायु प्रदान करते हैं । धरती पर संतो की तरह जीवन जीने वाले वृक्षों का रख रखाव...
**यमुना मिशन है जहाॅं-जहाॅं.. **शुद्ध आक्सीजन है वहाँ-वहाॅं.. **एकमात्र उपाय है वृक्षारोपण.. **टनों कचरे को खाद बनाया.. **वृक्ष पोषण करके पेड़ों से.. **तुलसीवन औषधीय है उपवन बनाया.. ! – मीनू जैन