मथुरा नगर निगम और यमुना मिशन के सिल्ट हटाने के काम से यमुना जी में जल स्रोत निकलने की उम्मीद बढ़ गई है। घाट किनारे की गहराई तक सिल्ट हटने से वहां पानी आने लगा है। बंगाली घाट से शुरू हुआ सिल्ट हटाने का अभियान अब पोकलेन और जेसीबी के माध्यम से कंखल घाट तक जा पहुंचा है।
यमुना जी की सिल्ट हटाने के लिए नगर आयुक्त ने यमुना मिशन को एक पोकलेन चालक सहित अन्य कर्मचारियों की टीम के साथ दी। यमुना मिशन ने भी एक और पोकलेन और जेसीबी सिल्ट सफाई के काम में लगाई। स्वामी घाट की ओर से कंस किला के आसपास यमुना की गंदगी सफाई का यह अभियान निरंतर आगे बढ़ रहा है। दोनों तरफ से हटती गंदगी से यमुना किनारे के घाट दिखने लगे हैं।
रविवार को कंखल घाट से आगे जैसे ही पोकलेन ने गहराई तक मिट्टी हटाई नीचे से कुछ पानी आ गया। जिससे काम भी रुका। बाद मेें कीचड़ हटाने के लिए जेसीबी लगाई गई। यमुना मिशन के प्रमुख कार्यकर्ता अरुण शर्मा ने बताया कि हम यमुना जी में गहराई तक सिल्ट हटाने का प्रयास कर रहे हैं। कोशिश है कि किसी भी प्रकार से यमुना जी का प्राकृतिक स्रोत निकल आए, ताकि यमुना जी में पीछे से जल छुड़वाने की आवश्यकता ही न पड़े।
यमुना के घाटों की सफाई होते देख यमुना जी के किनारे मौजूद यमुना भक्तों में खुशी की लहर है। उन्होंने कहा है कि अमर उजाला की मुहिम से लोग यमुना जी के प्राचीन स्वरूप के दर्शन कर सकेंगे।
Source: Amar Ujala
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