बहुत अच्छा स्वरूप प्रदान किया है संस्थापक महोदय श्री बंसल जी ने ।
हम आभार प्रकट करते है ।
तरस रहे थे यमुना जी के घाटो को व्यवस्थित देखने को ।
अब जहाँ भी गए ।
कितना परिवर्तित रूप देखने को मिला ।
यह एक सुखद अनुभूति थी जिसे शब्दो मे पिरोया नही जा सकता ।
हृदय मे आदर भाव उमङ रहा था ।
आचमन करते थे पर दुखी होकर
अब ऐसा नही था।
अब बदला-बदला सब कुछ था ।
बदतर हाल मे कुंड जिनमे लोगो ने कूड़ा कचरा भरना शुरू कर दिया था ।
वो भी अब जलाशय बन गए ।
मै मूक सी हो जाती हूं ।
हृदय के उद्गार पूरे नही उतर पाते
निःशब्द से कुछ ही वाक्य मै लिख पाती हूं ।
कहते है प्रत्यक्ष को प्रमाण की आवश्यकता नही है ।
यमुना मैया को लाल मिल गया ।
हमे पवित्र यमुना जी मिलेगी ।
एक स्वप्न एक मन मे उत्कंठा थी कभी माँ कालिन्दी को बहुत सुन्दर स्वरूप मे देख सकेंगे ।
अब उम्मीद जागी है ।
बार-बार भगवान जी से विनती करते है महाराज प्रदीप बंसल जी को उम्र प्रदान करे ।
उनका सपना साकार हो
हम सबकी दुआ और उम्र लगभग जाए संस्थापक महोदय जी को ।
जय हो यमुना मिशन की 🙏🙏
राजबाला जी चीका (हरियाणा)